जल जीवन मिशन की सुस्त रफ्तार पर जिलाधिकारी ने जताई नाराजगी, सभी घरों तक जल्द जल आपूर्ति के दिए कड़े निर्देश
अमेठी। जिलाधिकारी निशा अनंत ने कलेक्ट्रेट सभागार में जल जीवन मिशन के तहत संचालित ग्रामीण पाइप पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा बैठक में सख्त रुख अपनाते हुए कार्यदायी संस्थाओं को कड़े निर्देश दिए। उन्होंने जल आपूर्ति कार्यों में तेजी लाने, गुणवत्ता बनाए रखने और प्रत्येक घर तक जल पहुंच सुनिश्चित करने को कहा।
बैठक में जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन के लिए नामित तीन एजेंसियों—मेसर्स वैलस्पन इंटरप्राइजेज, मेसर्स गायत्री-रैम्की और मेसर्स विंध्या टेलिलिंक्स-गाजा इंजीनियरिंग प्राइवेट लिमिटेड—के प्रतिनिधियों से परियोजनाओं की प्रगति का ब्योरा लिया। अधिशासी अभियंता जल निगम ए.के. राव ने बताया कि जनपद में कुल 487 परियोजनाओं में से 90 परियोजनाओं में ओवरहेड टैंक के माध्यम से और 115 परियोजनाओं में डायरेक्ट पंप के जरिए जल आपूर्ति शुरू हो चुकी है, जबकि शेष परियोजनाओं पर कार्य धीमी गति से चल रहा है।
जिलाधिकारी ने सभी कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिया कि मजदूरों की संख्या बढ़ाकर कार्यों में तेजी लाई जाए ताकि हर गांव, मजरा और घर जल्द से जल्द जल आपूर्ति से जुड़ सके। उन्होंने पाइपलाइन बिछाने के दौरान खोदी गई सड़कों की मरम्मत तत्काल करने के भी निर्देश दिए। साथ ही, प्राथमिक विद्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों और हेल्थ वेलनेस सेंटरों को जल आपूर्ति से जोड़ने का आदेश दिया।
बैठक में जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता जल निगम को निर्देशित किया कि जल जीवन मिशन से जुड़ी जन शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता से किया जाए। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता से किसी भी हाल में समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सभी कार्य निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूरे होने चाहिए।
बैठक में परियोजना निदेशक डीआरडीए ऐश्वर्य यादव, उप कृषि निदेशक सत्येंद्र कुमार, डीपीआरओ मनोज त्यागी, डीसी मनरेगा शेर बहादुर, अधिशासी अभियंता जल निगम अनिल कुमार राय, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी शैलेंद्र सिंह सहित कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।